लॉकडाउन के दौरान गोरखपुर में पुजारी की हार्ट अटैक से मौत, पुलिस पर लगा ये आरोप
लॉकडाउन के दौरान मंगलवार को मधुईसुघरपुर हनुमान मंदिर के पुजारी कोईल दास उर्फ टिकोरी दास की हार्टअटैक से मौत हो गई। पुजारी की पत्नी सुखदेई देवी का आरोप है कि पुलिस ने पिटाई से पुजारी की हालत खराब हुई और उनकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस पिटाई से इनकार कर रही है। इस हादसे के बाद इलाके में तनाव है। नाराज लोगों ने सड़क पर जाम लगाने की भी कोशिश की लेकिन सूचना पर पहुंचे सीओ कैंट सुमित शुक्ला, इंस्पेक्टर कैंट रवि राय और रामगढ़ताल इंस्पेक्टर राणा देवेन्द्र सिंह ने भीड़ को हटाया। जानकारी के अनुसार कजाकपुर निवासी टिकोरी दास 1996 से हनुमान मंदिर के पुजारी थे।
मंगलवार को लॉकडाउन के दौरान रामगढ़ताल पुलिस लोगों को घर जाने के लिए कह रही थी। टिकोरी दास उस दौरान मंदिर में पूजा-पाठ करने पहुंचे थे। मंदिर के पास ही बैरिकेडिंग कर लोगों को हटाया जा रहा था कि इस बीच मंदिर की छत से कुछ युवक वीडियो बना रहे थे। पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। उन्हें वाहन में बैठाया ही था कि पुजारी आकर अनुनय-विनय करने लगे। वह पहले से दिल के मरीज थे। पुलिस कार्रवाई के दौरान उन्हें दौरा पड़ गया। उन्हें जिला अस्पताल और मेडिकल कालेज ले जाया गया लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। वहीं पुलिस का कहना है कि मंदिर पर खड़े पुजारी की अचानक तबीयत खराब हुई उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां मौत हो गई। पुजारी की मौत से बखेड़ा खड़ा हो गया। आस-पास के लोग जमा होने लगे। ‘लॉकडाउन’ की व्यवस्था में लगे पुलिस वालों के हाथ-पांव फूल गए। भारी पुलिस बल वहां पहुंच गया। पिटाई के आरोप से पुलिस इनकार कर रही है।
पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप गलत है। मंदिर में खडे पुजारी की तबीयत बिगड़ गई तो वहां मौजूद पुलिसवालों ने ही उन्हें अस्पताल पहुंचाया जहां उनकी मौत हो गई। मौत की वजह क्या थी यह पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल पाएगा।